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Home Remedies for Slipped Disc / Herniated disk - स्लिप डिस्क के घरेलू उपाय

स्लिप डिस्क की समस्या से आज कई लोग परेशान हैं। स्लिप डिस्क या हर्निएटेड डिस्क (Herniated disk) की समस्या पीठ के निचले हिस्से में होती है और जब इस क्षेत्र में दर्द शुरू होता है तो यह दर्द कूल्हों, जांघ और पैरों में भी शुरू होने लगता है। स्लिप डिस्क के दर्द की वजह से आप रोजाना की गतिविधियों को भी अच्छे से नहीं कर पाते। अगर आप इस समस्या का हल देख रहे हैं तो एकदम सही जगह आये हैं। इस लेख में हमने आपको स्लिप डिस्क के बेहतरीन घरेलू उपाय के बारे बताया गया है।


स्लिप डिस्क के लिए किरोप्रेक्टर के जाएँ - Slip disc ke liye chiropractor ke paas jaayen
किरोप्रेक्टर यह निर्धारित करने की कोशिश करता है कि आप किस प्रकार की बल्जिंग डिस्क से पीड़ित हैं। साथ ही यह स्लिप डिस्क के अन्य कारणों के बारें में भी पता लगाता है। निदान के बाद किरोप्रेक्टर एडजस्टमेंट (adjustment) करता है जिससे आपके स्पाइनल डिस्क को फिर से संगठित करने में मदद मिलती है और रीढ़ की नलिका (spinal canal) के फैलाव (protrusion) को भी रोका जाता है।


एडजस्टमेंट जैसे फ्लेक्ससन डिस्ट्रैक्शन, मसल स्टिमुलेशन, फिजियोथेरेपी, सप्लिमेंटशन और घर पर व्यायाम या इलाज। तो हमारी आपको यही सलाह है कि किसी भी प्रकार की सर्जरी से पहले अपने डॉक्टर से किरोप्रेक्टर इलाज के बारें में बात करें।


स्लिप डिस्क का उपाय है फिजिकल थेरेपी है फायदेमंद - Slip disc ka upay hai physical therapy hai faydemand
अगर आपकी बल्जिंग डिस्क चलने या कोई भी सामान्य कार्य करने में दिक्कते पैदा कर रही है तो अपने फिजिकल थेरेपिस्ट से सम्पर्क करें। फिजिकल थेरेपिस्ट आपको कुछ खास व्यायाम और स्ट्रेचेस बताएंगे, जिससे आपको पीठ के निचले क्षेत्र पर एक सही लचीलापन और मजबूती मिले। कोई भी भारी समान उठाने से पहले या किसी भी प्रकार का व्यायाम करने से आपको पीठ के निचले क्षेत्र पर बेहद दर्द महसूस हो सकता है, तो इससे पहले अपने फिजिकल थेरेपिस्ट से बात करें। इसके साथ ही आप अपने लक्षणों पर ध्यान दें कि कब किस चीज़ से आपका दर्द गायब हो जाता है और कब इस चीज से ये बहुत गंभीर बन जाता है।


आप जब एक बार व्यायाम अच्छे से सीख जाएँ तब फिर मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए इन्हें आप घर में भी जारी रख सकते हैं। इसके साथ ही फिजिकल थेरेपी आपकी अवस्था को भी सुधारने में मदद करती है।


स्लिप डिस्क की समस्या को ठीक करने के लिए अपनी जीवनशैली को बदले - Slip disc ki samasya ko theek karne ke liye apni jeevansheli ko badle in hindi
व्यक्ति जो वृद्धावस्था में चुस्त रहता है उसे चलने फिरने में कम तकलीफ होती है, चोट और सूजन जैसी समस्याएं भी नहीं होती। ज़्यादा देर तक बैठे रहना भी स्लिप डिस्क का कारण बन सकता है व कमर में दर्द की समस्या और भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है। मांसपेशियां कमज़ोर होने से स्पाइन पर ज़्यादा दबाव पड़ता है, खासकर जो लोग अधिक वज़न के होते हैं उनके साथ ये तकलीफे होती हैं।


अगर आपको इतना दर्द नहीं है और आराम से चल सकते हैं, तो रोज़ाना चलने का प्रयास करें। रोज़ धीरे-धीरे चलें और नए नए व्यायाम करने की कोशिश करें जैसे कोर को मजबूत करने के लिए व्यायाम पीठ के निचले क्षेत्र के दर्द को रोकते हैं। इससे आपकी कमर में लचीलापन आएगा और मजबूती बनी रहेगी।


वजन उठाने वाले व्यायाम (खासकर वो व्यायाम जो आपके पीठ के निचले क्षेत्र को मजबूत करें), स्विमिंग पूल में हल्के व्यायाम, डांसिंग, साइकिलिंग और स्विमिंग बेहद अच्छे विकल्प हैं, उनके लिए जिन्हें उस क्षेत्र पर चोट लगी है या बूढ़े लोगों के लिए जो सिर्फ हल्की गातिविधियों को करने में सक्षम हैं। इनसे आपकी सूजन, दर्द और अकड़न की समस्या कम होगी।