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सोने से पहले तिल के तेल से करें अपने पैरों की मालिश, ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के साथ होंगे कई और फायदे

पैरों की मालिश करना मांसपेशियों के दर्द, तनाव और थकान आदि को कम करने का एक असरदार तरीका है। ये हमारे घरों में लंबे समय से किया जा रहा है। पर आमतौर पर लोग पैरों की मालिश करने के लिए सरसो के तेल का इस्तेमाल करते हैं और मानते हैं कि ये सर्दी-जुकाम और पैरों के दर्द आदि का एक रामबाण इलाज है। पर कभी आपने तिल के तेल से पैरों की मालिश करने के बारे में सोचा है। नहीं तो, एक बार आपको सोने से पहले ये नुस्खा आजमां कर देखना चाहिए। आप वास्तव में पाएंगे कि कैसे ये आपके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करके आपके एंग्जायटी को छूमंतर कर सकता है। आइए जानते हैं तिल के तेल से पैरों की मालिश के बारे में।


आयुर्वेद में, अभ्यंग (abhyanga) के लोकप्रिय अभ्यास का अर्थ है आपके शरीर की मालिश करना। जबकि यह स्नान से पहले किया जाता है। पर पैरों का नियमित दिनचर्या में मालिश करना भी कुछ ऐसा है जो शरीर को लाभ पहुंचाता है। पैरों को तेल लगाना और मालिश करना पांच से आठ मिनट से अधिक नहीं होता है और परिणाम शानदार होते हैं, खासकर जब तिल के तेल के साथ किया जाता है।


तिल के तेल से पैरों की मालिश
तिल के तेल का एक वार्मिंग प्रभाव होता है, जो बदले में, मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद करता है। आप इसे सर्दी हो या गर्मी गर्मी किसी भी मौसम में इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बस इसे थोड़ा गर्म करने और कुछ समय के लिए अपने पैरों पर धीरे से मालिश करने की आवश्यकता है। एक सप्ताह में ये आपके दर्द और तनाव में कमी लाएगा। इसके लिए


-तिल का तेल लें।
-इसमें एक लहसुन की कली डाल लें।
-लौंगल डालें।
-अब सबको हल्का गर्म कर लें।
-अब अपने तलवों की अच्छे से सफाई करके उसे पोंछ लें।
-अब हल्के हाथों से तेल लगाते हुए अपने तलवों और पैरों की मालिश करें।
-पांचों उंगलियों के पास प्वांइट्स को थोड़ा जोड़ डालते हुए पैरों को गहराई से हर रात इसी तरह मसाज दें।

ब्लड सर्कुलेशन में करेगा सुधार
गतिहीन जीवन शैली के कारण हम नियमित रूप से अपनी मांसपेशियों का उपयोग ठीक तरीके से नहीं कर पाते हैं। वहीं पैरों में मांसपेशियों को शायद ही कोई व्यायाम मिलता है और इसलिए ब्लड सर्कुलेश अक्सर तंग और असुविधाजनक जूते द्वारा बिगड़ा हुआ है। बिस्तर पर जाने से पहले 10-20 मिनट का मालिश सत्र निचली छोरों में ब्लड सर्कुलेशन  में सुधार कर सकता है, जो विशेष रूप से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है।


अवसाद और चिंता को करता है कम
रिफ्लेक्सोलॉजी के प्रभावों पर किए गए कुछ अध्ययनों को देखते हुए, ऐसा लगता है कि इस प्रकार की पैरों की मालिश लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती है। ययां तक कि इस तरह की ऑयल थेरेपी अवसाद को भी कम कर सकती है। वहीं जिन लोगों को एंग्जायटी और तनाव होता है उनके लिए भी ये काफी रिक्लेसिंग है। वहीं इसके अन्य फायदों की बात करें, तो

-रोज पैरों की मालिश करना तंत्रिकाओं को शांत कर सकती है।
-यह एक नींद को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।
- यह एसिड रिफ्लेक्स को कम करता है, जिससे पाचन को बेहतर बनाने में भी मदद मिलती है।
- मांसपेशियों के तनाव को कम करता है, अंततः आपको सुबह ऊर्जावान महसूस कराता है।

इस तरह तिल के तेल से पैरों की मालिश करना शरीर में एक हीलिंग गुण के साथ काम करता है। इसलिए रात को सोते समय आलस न करें, दो घंटे पहले भोजन करें और बिस्तर पर जाने से पहले तिल के तेल को गुनगुना करके अपने दोनों पैरों और तलवों की अच्छे से मालिश करें।